PM Modi ने भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान दिलाने वाले सितारों को किया याद

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PM Modi ने भारतीय सिनेमा की महान हस्तियों को किया याद, कहा- “इनका योगदान समय के परे है”

PM Modi ने भारतीय सिनेमा की उन महान हस्तियों को याद किया, जिन्होंने अपनी कला और संघर्ष से भारतीय फिल्म उद्योग को न केवल देशभर में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई। इनमें प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता और निर्देशक राज कपूर, गायक मोहम्मद रफी, फिल्म निर्माता तपन सिन्हा और दक्षिण भारतीय सिनेमा के महान अभिनेता अक्किनेनी नागेश्वर राव गारू का नाम शामिल है। प्रधानमंत्री ने इन विभूतियों के योगदान को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 117वें संस्करण में विशेष रूप से उजागर किया।

PM Modi ने फिल्म उद्योग के प्रति सम्मान व्यक्त किया

PM Modi ने अपने संबोधन में भारतीय सिनेमा के योगदान को ‘सॉफ्ट पावर’ के रूप में बताया और यह स्वीकार किया कि इन महान कलाकारों ने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को वैश्विक पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उनका कहना था कि भारतीय सिनेमा केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों को दुनियाभर में फैलाने का एक प्रभावशाली साधन बन चुका है।

PM Modi ने 2024 में भारतीय फिल्म उद्योग के कई प्रमुख सितारों की शताब्दी वर्ष मनाने का उल्लेख किया, जिनका योगदान सिनेमा के इतिहास में अमर रहेगा। इन कलाकारों ने न केवल भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी, बल्कि उसे वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई। उनका योगदान आज भी सिनेमा प्रेमियों और कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।

राज कपूर की ‘सॉफ्ट पावर’ और वैश्विक पहचान

PM Modi ने अपने संबोधन में भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और निर्देशक राज कपूर का विशेष रूप से उल्लेख किया, जिन्होंने अपनी फिल्मों के माध्यम से भारतीय सिनेमा को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। मोदी ने कहा, “राज कपूर जी ने फिल्मों के माध्यम से दुनिया को भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ से परिचित कराया। उनकी फिल्में न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी लोगों के दिलों में बस गईं।”

राज कपूर की फिल्मों ने भारतीय संस्कृति, पारिवारिक मूल्य और मानवता के महत्व को सरल और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया। उनकी फिल्में दर्शकों को एक ऐसी दुनिया में ले जाती थीं, जहां प्रेम, सहानुभूति और संघर्ष की गहरी भावना होती थी। “आवारा,” “श्री 420,” “मेरा नाम जोकर” जैसी फिल्मों के माध्यम से उन्होंने भारतीय समाज की जटिलताओं को बहुत सरलता से व्यक्त किया, और साथ ही दुनिया भर के दर्शकों को भारतीय संस्कृति और पारिवारिक मूल्यों से जोड़ा।

राज कपूर की कला ने भारतीय सिनेमा को एक नई पहचान दी और उन्हें न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। उनकी फिल्मों की अनमोल धरोहर आज भी सिनेमा प्रेमियों के दिलों में जिंदा है।

मोहम्मद रफी की आवाज़ का जादू

PM Modi ने अपनी बातों में मोहम्मद रफी को भी याद किया, जिनकी आवाज़ में एक ऐसा जादू था, जो हर दिल को छू लेता था। मोदी ने कहा, “रफ़ी साहब की आवाज़ में वो जादू था जो हर दिल को छू लेता था। उनकी आवाज़ अद्भुत थी। भक्ति गीत हों या रोमांटिक गीत, दर्द भरे गाने हों, हर इमोशन को उन्होंने अपनी आवाज से जीवंत कर दिया।”

PM Modi ने रफी साहब की गायकी को समय के परे बताया और कहा कि आज भी युवा पीढ़ी उनके गानों को उतनी ही शिद्दत से सुनती है। यह उनके संगीत की “टाइमलेस आर्ट” की पहचान है। रफी साहब की गायकी ने भारतीय सिनेमा को अमिट छाप दी है और उनके गाने आज भी सुनने वालों के दिलों में जीवित हैं।

अक्किनेनी नागेश्वर राव की दक्षिण भारतीय सिनेमा में भूमिका

PM Modi ने अक्किनेनी नागेश्वर राव गारू का भी उल्लेख किया, जिन्होंने तेलुगु सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। मोदी ने कहा, “अक्किनेनी नागेश्वर राव गारू ने तेलुगु सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उनकी फिल्मों ने भारतीय परंपराओं और मूल्यों को बखूबी प्रस्तुत किया।” अक्किनेनी नागेश्वर राव का योगदान न केवल तेलुगु सिनेमा के लिए बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने अपनी फिल्मों में पारिवारिक और सामाजिक विषयों को इतनी सशक्त तरीके से पेश किया कि उनके किरदार और फिल्में आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं।

तपन सिन्हा की फिल्में और सामाजिक चेतना

PM Modi ने तपन सिन्हा जी की फिल्मों को भी सराहा, जिन्होंने अपनी फिल्मों के माध्यम से समाज को एक नई दृष्टि दी। मोदी ने कहा, “तपन सिन्हा जी की फिल्मों ने समाज को एक नई दृष्टि दी। उनकी फिल्मों में सामाजिक चेतना और राष्ट्रीय एकता का संदेश रहता था।” तपन सिन्हा ने भारतीय समाज में व्याप्त जटिलताओं, सामाजिक असमानताओं और राष्ट्रीय एकता को अपनी फिल्मों के जरिए दर्शकों तक पहुँचाया। उनकी फिल्मों ने समाज को जागरूक करने और समाज के भले के लिए प्रेरित करने का काम किया।

सिनेमा के लिए प्रेरणा और गौरव का स्रोत

PM Modi ने इन महान कलाकारों को भारतीय सिनेमा के लिए प्रेरणा और गौरव का स्रोत बताया। इन विभूतियों के योगदान से सिनेमा ने न केवल मनोरंजन का काम किया, बल्कि समाज के विभिन्न पहलुओं को भी उजागर किया। उन्होंने समाज में एकता, प्रेम और भाईचारे की भावना को फैलाने का कार्य किया और भारतीय सिनेमा को एक ऐसी दिशा दी, जो आज भी भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का कारण है।

PM Modi ने कहा, “हमारी पूरी फिल्म इंडस्ट्री के लिए इन हस्तियों का जीवन प्रेरणा जैसा है। उनकी कला और उनके योगदान को हम कभी नहीं भूल सकते।” मोदी के इस संदेश से यह स्पष्ट होता है कि वे भारतीय सिनेमा के योगदान को न केवल मनोरंजन के रूप में बल्कि भारतीय समाज और संस्कृति को दुनिया भर में पहचान दिलाने के रूप में भी महत्व देते हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सिनेमा की महान हस्तियों को किया याद, कहा- “इनका योगदान समय के परे है”

PM Modi ने भारतीय सिनेमा की उन महान हस्तियों को याद किया, जिन्होंने अपनी कला और संघर्ष से भारतीय फिल्म उद्योग को न केवल देशभर में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई। इनमें प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता और निर्देशक राज कपूर, गायक मोहम्मद रफी, फिल्म निर्माता तपन सिन्हा और दक्षिण भारतीय सिनेमा के महान अभिनेता अक्किनेनी नागेश्वर राव गारू का नाम शामिल है। प्रधानमंत्री ने इन विभूतियों के योगदान को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 117वें संस्करण में विशेष रूप से उजागर किया।

PM Modi ने फिल्म उद्योग के प्रति सम्मान व्यक्त किया

PM Modi ने अपने संबोधन में भारतीय सिनेमा के योगदान को ‘सॉफ्ट पावर’ के रूप में प्रस्तुत किया और यह स्वीकार किया कि इन महान कलाकारों ने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को वैश्विक पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने भारतीय सिनेमा की शक्ति को न केवल देश के भीतर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रस्तुत करने की कला को सराहा। मोदी ने कहा कि सिनेमा एक ऐसी कला है, जिसने भारतीय संस्कृति और परंपराओं को दुनिया भर में पहुंचाने का कार्य किया है, और इस प्रक्रिया में कई भारतीय फिल्मी हस्तियों का योगदान अतुलनीय रहा है।

2024 में भारतीय फिल्म उद्योग के कई प्रमुख सितारों की शताब्दी वर्ष मनाई जा रही है। इन हस्तियों के योगदान ने सिनेमा के इतिहास को अमर बना दिया है। राज कपूर, मोहम्मद रफी, तपन सिन्हा, और अक्किनेनी नागेश्वर राव जैसे महान कलाकारों के कार्य ने न केवल भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी, बल्कि उन्हें वैश्विक स्तर पर एक पहचान भी दिलाई। इन कलाकारों के माध्यम से भारतीय सिनेमा ने ‘सॉफ्ट पावर’ के रूप में अपनी जगह बनाई, और आज भी उनके कार्य और कला भारतीय सिनेमा के गौरव के रूप में जीवित हैं।

राज कपूर की ‘सॉफ्ट पावर’ और वैश्विक पहचान

PM Modi ने विशेष रूप से फिल्म जगत के मशहूर अभिनेता और निर्देशक राज कपूर का उल्लेख किया, जिन्होंने अपनी फिल्मों के माध्यम से भारतीय सिनेमा को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। उन्होंने कहा, “राज कपूर जी ने फिल्मों के माध्यम से दुनिया को भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ से परिचित कराया। उनकी फिल्में न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी लोगों के दिलों में बस गईं।” राज कपूर की फिल्मों में भारतीय संस्कृति, पारिवारिक मूल्य और मानवता के महत्व को सरलता से प्रस्तुत किया गया, जिससे न केवल भारतीय दर्शक वर्ग बल्कि विदेशी दर्शक वर्ग भी जुड़ सका।

मोहम्मद रफी की आवाज़ का जादू

PM Modi ने अपनी बातों में मोहम्मद रफी को भी याद किया, जिनकी आवाज़ में एक ऐसा जादू था, जो हर दिल को छू लेता था। मोदी ने कहा, “रफ़ी साहब की आवाज़ में वो जादू था जो हर दिल को छू लेता था। उनकी आवाज़ अद्भुत थी। भक्ति गीत हों या रोमांटिक गीत, दर्द भरे गाने हों, हर इमोशन को उन्होंने अपनी आवाज से जीवंत कर दिया।”

PM Modi ने रफी साहब की गायकी को समय के परे बताया और कहा कि आज भी युवा पीढ़ी उनके गानों को उतनी ही शिद्दत से सुनती है। यह उनके संगीत की “टाइमलेस आर्ट” की पहचान है। रफी साहब की गायकी ने भारतीय सिनेमा को अमिट छाप दी है और उनके गाने आज भी सुनने वालों के दिलों में जीवित हैं।

अक्किनेनी नागेश्वर राव की दक्षिण भारतीय सिनेमा में भूमिका

PM Modi ने अक्किनेनी नागेश्वर राव गारू का उल्लेख करते हुए उनके अद्वितीय योगदान की सराहना की, जिन्होंने तेलुगु सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। मोदी ने कहा, “अक्किनेनी नागेश्वर राव गारू ने तेलुगु सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उनकी फिल्मों ने भारतीय परंपराओं और मूल्यों को बखूबी प्रस्तुत किया।” अक्किनेनी नागेश्वर राव का योगदान न केवल तेलुगु सिनेमा के लिए, बल्कि पूरे भारतीय सिनेमा के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने अपनी फिल्मों में पारिवारिक और सामाजिक विषयों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया, जो दर्शकों को हमेशा प्रभावित करते थे।

उनकी फिल्मों में भारतीय परिवारों और समाज की जटिलताओं को सरल और सशक्त तरीके से चित्रित किया गया। उनके द्वारा निभाए गए किरदार आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं, और उनकी फिल्मों ने न केवल मनोरंजन का कार्य किया, बल्कि भारतीय संस्कृति और समाज के मूल्यों को भी सम्मानित किया। अक्किनेनी नागेश्वर राव के योगदान से तेलुगु सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली और उनकी फिल्मों ने भारतीय सिनेमा के गौरव को बढ़ाया।

तपन सिन्हा की फिल्में और सामाजिक चेतना

PM Modi ने तपन सिन्हा जी की फिल्मों को विशेष रूप से सराहा, जिनकी कड़ी मेहनत और दूरदर्शिता ने भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी। मोदी ने कहा, “तपन सिन्हा जी की फिल्मों ने समाज को एक नई दृष्टि दी। उनकी फिल्मों में सामाजिक चेतना और राष्ट्रीय एकता का संदेश रहता था।” तपन सिन्हा की फिल्मों ने हमेशा समाज की जटिलताओं, असमानताओं और मुद्दों को प्रभावशाली तरीके से उजागर किया। उनका सिनेमाई दृष्टिकोण न केवल मनोरंजन प्रदान करता था, बल्कि सामाजिक जागरूकता फैलाने का भी कार्य करता था।

तपन सिन्हा की फिल्मों में हमेशा भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओं पर गहरी विचारशीलता थी। चाहे वह गरीबी, शोषण, जातिवाद, या सामाजिक असमानता जैसे मुद्दे हों, उन्होंने इन मुद्दों को अपनी फिल्मों के माध्यम से प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया। उनका उद्देश्य हमेशा समाज को जागरूक करना और उसे बेहतर बनाने की दिशा में प्रेरित करना था। उनकी फिल्मों में राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता का भी महत्वपूर्ण संदेश था, जो आज भी दर्शकों को प्रेरित करता है।

उनकी कृतियों ने न केवल भारतीय सिनेमा को गौरव प्रदान किया, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी अहम भूमिका निभाई।

सिनेमा के लिए प्रेरणा और गौरव का स्रोत

PM Modi ने इन महान कलाकारों को भारतीय सिनेमा के लिए प्रेरणा और गौरव का स्रोत बताया। इन विभूतियों के योगदान से सिनेमा ने न केवल मनोरंजन का काम किया, बल्कि समाज के विभिन्न पहलुओं को भी उजागर किया। उन्होंने समाज में एकता, प्रेम और भाईचारे की भावना को फैलाने का कार्य किया और भारतीय सिनेमा को एक ऐसी दिशा दी, जो आज भी भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का कारण है।

PM Modi ने भारतीय सिनेमा की महान हस्तियों के योगदान को सराहते हुए कहा, “हमारी पूरी फिल्म इंडस्ट्री के लिए इन हस्तियों का जीवन प्रेरणा जैसा है। उनकी कला और उनके योगदान को हम कभी नहीं भूल सकते।” मोदी का यह संदेश भारतीय सिनेमा के महत्व को रेखांकित करता है, जो सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं है, बल्कि भारतीय समाज और संस्कृति को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने का भी काम करता है।

उनकी बातों से यह स्पष्ट होता है कि मोदी भारतीय सिनेमा को एक सशक्त ‘सॉफ्ट पावर’ मानते हैं, जो भारत के सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों को पूरी दुनिया में फैलाने का कार्य करता है। भारतीय सिनेमा ने न केवल देशवासियों को जोड़ा, बल्कि विदेशी दर्शकों को भी भारतीयता और भारतीय जीवनशैली से परिचित कराया।

PM Modi ने इन महान कलाकारों के जीवन और उनके योगदान को प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत किया, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शन का काम करेंगे। इन कलाकारों की कला और उनकी फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को न केवल भारत, बल्कि पूरे दुनिया में एक गौरवमयी पहचान दिलाई।

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