Rahul और Priyanka ने देवास मामले पर सरकार को किया घेराव

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Rahul Gandhi और प्रियंका गांधी ने देवास पुलिस कस्टडी मौत पर मध्यप्रदेश सरकार को घेरा

मध्यप्रदेश के देवास जिले में पुलिस अभिरक्षा में एक दलित युवक की मौत को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं Rahul Gandhi और प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य सरकार को जमकर घेरा है। दोनों नेताओं ने घटना को अत्यंत गंभीर बताते हुए भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की।

Rahul Gandhi ने की सरकार की आलोचना: भाजपा की मनुवादी सोच जिम्मेदार

कांग्रेस नेता Rahul Gandhi ने ट्विटर (अब एक्स) पर पोस्ट करते हुए देवास की घटना की निंदा की और इसे भाजपा की मनुवादी सोच का परिणाम बताया। Rahul ने लिखा, “एक तरफ़ मध्यप्रदेश के देवास में दलित युवक की पुलिस कस्टडी में हत्या की गई। दूसरी तरफ़ ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटा गया है।

ये दोनों घटनाएं दुखद, शर्मनाक और अत्यंत निंदनीय हैं। भाजपा की मनुवादी सोच के कारण उनके शासन वाले राज्यों में एक के बाद एक इस तरह की घटनाएं हो रही हैं – सरकार की शह के बिना ये संभव नहीं है। देश के बहुजनों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम उनके साथ हैं, उनके संवैधानिक अधिकारों के लिए और उन्हें न्याय दिलाने के लिए पूरी ताक़त के साथ लड़ेंगे।”

Rahul Gandhi ने यह भी कहा कि भाजपा शासित राज्यों में दलितों और वंचितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं, और सरकार के समर्थन के बिना ऐसी घटनाएं संभव नहीं हो सकतीं। Rahul Gandhi ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की नीति से समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है, और इन घटनाओं के पीछे सरकार की मौन सहमति हो सकती है।

प्रियंका गांधी का आरोप: भाजपा के शासन में दलितों और वंचितों पर हो रहे अत्याचार

प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस घटना पर गंभीर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भाजपा को घेरते हुए कहा, “बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान और कमजोर वर्गों पर अत्याचार ही भाजपा के शासन का मूलमंत्र है। देवास, मध्य प्रदेश में पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत का मामला अत्यंत गंभीर है। परिवार का आरोप है कि पुलिस क्रूरता की वजह से युवक की जान चली गई। इसके पहले महाराष्ट्र के परभणी से दलित परिवारों पर अत्याचार और पुलिस हिरासत में एक दलित युवक की मृत्यु की खबर आई थी। लगता है भाजपा राज में दलितों, आदिवासियों और वंचितों पर पुलिस को कमजोर वर्गों पर अत्याचार की खुली छूट मिली हुई है।”

प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार कमजोर वर्गों के अधिकारों का लगातार उल्लंघन कर रही है, और दलितों और आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों पर सरकार चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार को इस मामले में सख्त कदम उठाना चाहिए और दोषियों को सजा दिलानी चाहिए।

बीजेपी का पलटवार: कांग्रेस का बयान गैर-जिम्मेदाराना

Rahul Gandhi और प्रियंका गांधी के इस बयान के बाद भाजपा ने त्वरित पलटवार किया। भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि राहुल गांधी का बयान कोई नई बात नहीं है, जो किसी भी संवेदनशील घटना में जाति और धर्म को ढूंढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार सख्त और संवेदनशील है, और देवास की घटना का संज्ञान लेते हुए सरकार ने तुरंत कार्रवाई की है।

आशीष अग्रवाल ने बताया कि घटना के तुरंत बाद सरकार ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी निर्देशों के पालन में कार्रवाई की और प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा न्यायिक जांच हेतु जेएमएफ़सी कन्नौद को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया। इसके अलावा, कलेक्टर देवास ने पोस्टमार्टम के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल गठित किया। घटना स्थल को सीलबंद कर दिया गया और प्रथम दृष्टया लापरवाही पाए जाने पर थाना प्रभारी सतवास निरीक्षक आशीष राजपूत को एसपी देवास द्वारा निलंबित कर दिया गया।

कांग्रेस नेताओं का समर्थन: जीतू पटवारी ने मृतक के परिजनों से की मुलाकात

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी इस घटना पर संवेदनशील प्रतिक्रिया देते हुए देवास पहुंचे और मृतक के परिजनों से मुलाकात की। पटवारी ने इस मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि पुलिस की प्रताड़ना के कारण ही मुकेश की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मृतक के परिवार के साथ खड़ी है और इस मामले में न्याय की लड़ाई लड़ेगी।

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