Stock Market Crash: निफ्टी शिखर से 10% गिरा, बाजार में आई तेज गिरावट

Stock Market Crash

Stock Market Crash: बाजार में भारी गिरावट, निफ्टी 10% गिरा, क्या है कारण?

Stock Market Crash: शेयर बाजार में साल के पहले सोमवार के दिन भारी गिरावट देखने को मिल रही है। सपाट स्तर पर खुलने के बाद से ही बाजार में दबाव बना हुआ है। सोमवार को इंट्राडे में निफ्टी 23,700 के नीचे फिसलते हुए दिखाई दिया, और इसमें 380 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। इंडेक्स के सभी स्टॉक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। इस गिरावट के साथ निफ्टी अब 26,277 के शिखर से करीब 10% नीचे आ चुका है, जो दर्शाता है कि भारतीय बाजार एक बार फिर करेक्शन मोड में पहुंच चुका है।

Stock Market Crash: इंट्राडे में निफ्टी बैंक भी 50,000 के नीचे फिसलता हुआ दिखाई दिया। सेंसेक्स में 1,225 अंकों की गिरावट देखने को मिली और मिडकैप इंडेक्स भी लगभग इतनी ही गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। इसके साथ ही, वोलैटिलिटी इंडेक्स (India VIX) में शुरुआती कामकाज से ही बढ़त देखी जा रही थी, और दोपहर 12 बजे तक यह 15% तक उछल चुका था। सेक्टोरल मोर्चे पर सभी सेक्टरों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा था।

बाजार में गिरावट के कारण

1. HMPV वायरस का भारत में आगमन

Stock Market Crash: भारत में एचएमपीवी (HMPV) वायरस के पहले मामले सामने आने के बाद से निवेशकों के बीच चिंताएं बढ़ गई हैं। चीन में फैला यह वायरस अब भारत में भी पहुंच चुका है, और कर्नाटक में दो मामलों की पुष्टि हुई है, जिसमें एक तीन महीने की बच्ची और दूसरा आठ महीने का बच्चा संक्रमित पाया गया। कर्नाटक स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले पर आपात बैठक बुलाई है। हालांकि, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कहा है कि इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि दोनों मामलों में इंटरनेशनल ट्रैवल की कोई हिस्ट्री नहीं है। इसके बावजूद, वायरस के बढ़ते मामलों ने बाजार में अनिश्चितता पैदा कर दी है, जो गिरावट का कारण बन रहा है।

2. बैंकों के कमजोर तिमाही परिणाम

Stock Market Crash: अन्य कारणों में बैंकों के कमजोर तिमाही परिणाम भी शामिल हैं। शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद और शनिवार को, HDFC Bank समेत कई बैंकों ने दिसंबर तिमाही के अपडेट्स जारी किए हैं। इन परिणामों में बैंकों की लोन ग्रोथ में नरमी और अन्य चिंताओं के कारण बैंकिंग स्टॉक्स में दबाव बना हुआ है। बैंकों के कमजोर परिणाम ने निवेशकों को चिंता में डाल दिया है, जिससे बिकवाली का दबाव बढ़ा है।

3. रुपये की कमजोरी

Stock Market Crash: डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार कमजोरी देखी जा रही है, जो भारतीय बाजार के लिए एक और चिंता का कारण बन रहा है। सोमवार को रुपये ने डॉलर के मुकाबले 1 पैसे की कमजोरी के साथ 85.78 के स्तर पर कारोबार शुरू किया। रुपये की गिरावट ने विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय बाजार को कम आकर्षक बना दिया है, जिससे निवेशकों ने बिकवाली की ओर रुख किया है।

4. निफ्टी ने महत्वपूर्ण तकनीकी स्तर तोड़े

Stock Market Crash: टेक्निकल चार्ट पर निफ्टी ने अहम समर्थन स्तरों को तोड़ा है, जिससे बाजार में और गिरावट आई है। निफ्टी और निफ्टी बैंक दोनों ही 200-डीईएमए (200-day exponential moving average) के नीचे फिसल चुके हैं। यह एक संकेत है कि बाजार में तकनीकी दृष्टिकोण से कमजोरी आ गई है, और निवेशकों ने इसमें बिकवाली शुरू कर दी है।

5. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली

Stock Market Crash: विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों से लौटने के बाद से बाजार में बिकवाली की ओर बढ़े हैं। शुक्रवार को FIIs की ओर से कैश और वायदा बाजार में बड़ी बिकवाली देखने को मिली। विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने घरेलू बाजार पर दबाव डाला है और बाजार में गिरावट को तेज कर दिया है।

स्टॉक मार्केट में क्या करें निवेशक?

Stock Market Crash: स्टॉक मार्केट में इस तरह की भारी गिरावट के समय निवेशकों के लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि वे अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें। बाजार में गिरावट के दौरान, निवेशकों को अपने दीर्घकालिक निवेश लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनानी चाहिए। निवेशक उन स्टॉक्स को पहचान सकते हैं जो गिरावट के बावजूद अच्छे प्रदर्शन की क्षमता रखते हैं और जिनकी कीमतें पहले से ही नीचे आ चुकी हैं। इसके अलावा, निवेशकों को बाजार के अनिश्चितताओं से निपटने के लिए विविधीकरण (diversification) पर भी ध्यान देना चाहिए, ताकि जोखिम को कम किया जा सके।

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