जेलेंस्की का Putin पर विवादित बयान: “जल्दी ही होगी Putin की मौत, संघर्ष समाप्त होगा”
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक बार फिर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर Putin पर तीखा हमला किया है, इस बार उन्होंने पुतिन की सेहत और आगामी भविष्य को लेकर हैरान करने वाला बयान दिया है। बुधवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात के दौरान जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन की जल्दी ही मौत होगी और यह सत्य है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब पश्चिमी मीडिया में पुतिन की बिगड़ी हुई सेहत को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
Putin की सेहत पर मीडिया रिपोर्ट्स
रूसी राष्ट्रपति Putin की सेहत को लेकर पिछले कुछ महीनों से कयास लगाए जा रहे हैं। डेली मेल, इंडिपेंडेंट और अन्य पश्चिमी मीडिया संस्थानों ने Putin की सेहत को लेकर कई रिपोर्ट्स प्रकाशित की हैं। हाल ही में एक तस्वीर सामने आई थी जिसमें Putin को एक टेबल को एक हाथ से कसकर पकड़ते हुए देखा गया था, जिसे लेकर उनके स्वास्थ्य को लेकर अटकलें तेज हो गई थीं। पश्चिमी मीडिया का कहना है कि Putin की शारीरिक स्थिति ठीक नहीं है, और इन रिपोर्ट्स के आधार पर जेलेंस्की ने यह बयान दिया कि Putin की मौत जल्द होने वाली है।
जेलेंस्की का Putin के खिलाफ बयान
जेलेंस्की ने Putin के बारे में यह भी कहा कि वह यूरोप को भी अपना लक्ष्य बनाना चाहते हैं और इसके लिए वह अंदर से अभियान चला रहे हैं। हंगरी उनके साथ है, लेकिन Putin की मौत के बाद यह संघर्ष खत्म हो जाएगा। जेलेंस्की का कहना था कि यह एक सत्य है और इसके बाद सब कुछ समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि अमेरिका के दबाव के कारण रूस बिना किसी शर्त के सीजफायर के लिए राजी हो जाएगा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने यह भी जोड़ा कि, “हम शांति चाहते हैं, लेकिन रूस लगातार हमारे ऊपर हमले कर रहा है। वह हमारे नागरिकों पर भी हमले कर रहे हैं। रूस की ओर से शर्तें नहीं हो सकतीं, क्योंकि वह अकेले सीजफायर की शर्तें तय नहीं कर सकता।”
यूरोपियन यूनियन की बैठक और सीजफायर की संभावना
गुरुवार को यूरोपियन यूनियन के देशों ने यूक्रेन संकट पर बैठक बुलाई है। इस बैठक में सीजफायर के लिए संभव विकल्पों पर चर्चा की जाएगी। एक विकल्प यह भी है कि कुछ यूरोपीय देशों की सेनाओं को यूक्रेन में तैनात किया जाए, जो इस मामले में रुचि रखते हों। हालांकि, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इस विचार के खिलाफ हैं। उनका कहना है कि अगर यूरोप ने अपनी सेनाएं यूक्रेन में तैनात कीं, तो यह यूरोप और रूस के बीच सीधे युद्ध का कारण बन सकता है।
मैक्रों का मानना है कि यदि रूस ने यूक्रेन पर हमला किया, तो यह शांति सेना के खिलाफ भी हमला माना जाएगा, जिससे यूरोप के लिए स्थिति और जटिल हो सकती है।
रूस और यूक्रेन के बीच सीजफायर पर अमेरिकी रुख
अमेरिका ने यूक्रेन और रूस के बीच सीजफायर की डील के लिए दबाव डाला है। यूक्रेन इस डील के लिए तैयार है, लेकिन रूस ने कुछ शर्तें रखी हैं। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि सीजफायर की दिशा में काम करना चाहिए, ताकि युद्ध को रोका जा सके और शांति स्थापित की जा सके। हालांकि, रूस की शर्तों को लेकर अब तक कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया गया है, जिससे इस मुद्दे पर स्थिति अभी भी अनिश्चित बनी हुई है।
Putin का संघर्ष और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर Putin ने यूक्रेन के खिलाफ अपने आक्रमण को जारी रखा है, और उनकी सरकार ने इस युद्ध को ‘विशेष सैन्य अभियान’ करार दिया है। हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया इस आक्रमण के खिलाफ रही है। यूरोप, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं, जबकि रूस ने इन प्रतिबंधों के बावजूद अपने आक्रमण को जारी रखा है।
इस बीच, यूक्रेन और उसके सहयोगियों की कोशिश है कि युद्ध को समाप्त किया जा सके और शांति स्थापित की जा सके, लेकिन रूस के साथ सीजफायर के लिए कोई निर्णायक समझौता अब तक नहीं हो सका है।
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