Russia Gas अस्वीकार करने पर यूनान को अधिक भुगतान करना होगा: रूसी राजदूत
Russia Gas: यूनान में रूसी राजदूत एंड्री मास्लोव ने हाल ही में एक साक्षात्कार में चेतावनी दी कि अगर यूनान अपने राजनीतिक कारणों से रूसी गैस की आपूर्ति को अस्वीकार करता है, तो उसे इसके लिए अधिक भुगतान करने के लिए तैयार रहना चाहिए। यह बयान तब आया जब यूरोप में ऊर्जा आपूर्ति के संबंध में कई बदलाव हो रहे थे और रूस पर पश्चिमी देशों द्वारा दबाव बढ़ाया जा रहा था। मास्लोव ने विशेष रूप से यूरोपीय देशों के गैस वितरण की राजनीति और इसके परिणामस्वरूप होने वाली महंगाई के बारे में गंभीर सवाल उठाए।
अमेरिका और यूरोप का ऊर्जा बदलाव
Russia Gas: अमेरिका ने यूरोप से रूसी ऊर्जा संसाधनों से दूरी बनाने का आह्वान किया है, और इसके लिए यूरोप को 2027 तक रूस से ऊर्जा संसाधनों को छोड़ने का कार्य सौंपा गया है। इसके परिणामस्वरूप, यूरोपीय देशों ने अन्य ऊर्जा स्रोतों की ओर रुख किया है। यूनान ने भी इस बदलाव के तहत अपनी ऊर्जा आपूर्ति में विविधता लाने का प्रयास किया, जिसके अंतर्गत अलेक्जेंड्रोपोली में एक एलएनजी (लिक्विफाइड नेचुरल गैस) टर्मिनल का निर्माण किया गया। यह टर्मिनल तीन महीने पहले चालू हुआ था, और इसके द्वारा यूनान को एलएनजी आपूर्ति करने की योजना बनाई गई थी।
हालांकि, मास्लोव ने यह भी उल्लेख किया कि इस टर्मिनल के चालू होने के बाद से यूनान ने इसे अधिकतम उपयोग में नहीं लाया। इसके बजाय, केवल बुल्गारियाई ऑपरेटर ने इसके माध्यम से एलएनजी खरीदी। यह स्थिति उस समय और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब यूरोप के अन्य हिस्सों में रूस से गैस आपूर्ति में कमी हो रही है और ऊर्जा कीमतों में भारी वृद्धि हो रही है।
Russia Gas आपूर्ति का राजनीतिक प्रभाव
Russia Gas: रूसी राजदूत ने इस बात पर जोर दिया कि यूनान ने Russia Gas को छोड़ने के लिए एक राजनीतिक निर्णय लिया है, जो अंततः उसे उच्च लागत पर अन्य ऊर्जा स्रोतों की ओर मोड़ सकता है। मास्लोव ने कहा कि जब तक यूनान ने यह कदम सिर्फ राजनीतिक कारणों से नहीं उठाया है, तब तक उसे इससे संबंधित उच्च कीमतों को स्वीकार करना होगा।
“यूनान सरकार लगातार सार्वजनिक रूप से रूसी गैस को छोड़ने के कार्य पर जोर देती है, लेकिन इससे Russia Gas और बिजली की कीमतों में तेजी से वृद्धि हो रही है,” मास्लोव ने कहा। ग्रीक नागरिकों को इसके परिणामस्वरूप बढ़े हुए बिलों का सामना करना पड़ा है। यूनान के ऊर्जा संतुलन में रूसी गैस की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है, जो 2024 में लगभग 60 प्रतिशत रहने की संभावना है।
इसके अलावा, मास्लोव ने यह भी स्पष्ट किया कि जबकि रूस अपने ऊर्जा संसाधनों का निर्यात करने के लिए तैयार है, यूनान को इसे अस्वीकार करने का राजनीतिक निर्णय लेने से पहले इसके परिणामों पर विचार करना चाहिए। यह स्थिति यूरोपीय देशों के लिए एक सबक है कि राजनीतिक निर्णयों का व्यावहारिक परिणाम होता है, और कुछ मामलों में, प्राथमिक समझ और दीर्घकालिक स्थिरता अधिक महत्वपूर्ण हो सकती है।
Russia Gas की कीमतों में वृद्धि और उपभोक्ताओं पर प्रभाव
Russia Gas: यूनान और अन्य यूरोपीय देशों में गैस की कीमतों में विस्फोटक वृद्धि हो रही है, जो उनके नागरिकों के लिए एक भारी वित्तीय बोझ बन गई है। मास्लोव ने यह कहा कि यूनान की गैस वितरण कंपनी डीईएसएफए के आधिकारिक आंकड़े दर्शाते हैं कि रूस से गैस की आपूर्ति छोड़ने का निर्णय लेने के बाद से ग्रीस में ईंधन की कीमतों में बहुत अधिक वृद्धि हुई है। इसके कारण ग्रीक नागरिकों को गैस और बिजली के लिए अत्यधिक बिलों का भुगतान करना पड़ रहा है।
यह बदलाव न केवल ऊर्जा के उच्च मूल्य के कारण आर्थिक दबाव को बढ़ाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि रूस से ऊर्जा आपूर्ति छोड़ने से संबंधित निर्णयों का दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है। मास्लोव ने कहा कि रूस से ऊर्जा संसाधनों का निरंतर उपयोग करना आर्थिक रूप से अधिक लाभकारी हो सकता है, क्योंकि इसके मुकाबले अन्य ऊर्जा स्रोत अधिक महंगे होते हैं।
भविष्य की दिशा और राजनीतिक निर्णय
रूस के राजदूत ने यह भी कहा कि सैद्धांतिक रूप से यूनान द्वारा 2027 तक रूसी ऊर्जा संसाधनों का उपयोग बंद करना संभव है, लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या यूनान इसे सिर्फ राजनीतिक कारणों से करने के लिए तैयार है, जबकि इसके परिणामस्वरूप उसे अधिक भुगतान करना पड़ेगा। मास्लोव ने कहा, “राजनीति तो राजनीति है, लेकिन कुछ मामलों में प्राथमिक समझ अधिक महत्वपूर्ण हो सकती है।”
उनका यह बयान यह दर्शाता है कि राजनीति के अलावा, आर्थिक स्थिरता और दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना जरूरी है। रूस हमेशा अपने ऊर्जा संसाधनों के लिए यूरोपीय देशों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार रहा है, लेकिन अगर ये देश राजनीतिक दबाव के तहत इन संसाधनों से मुंह मोड़ते हैं, तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे।
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