Rajasthan University में हंगामा: निर्मल चौधरी गिरफ्तार, अभिमन्यु पूनिया हिरासत में, सियासी तूफान

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जयपुर: 21 जून 2025 को Rajasthan University परिसर में चल रही पीजी परीक्षा के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुलिस अचानक परीक्षा केंद्र में दाखिल हुई। छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष Nirmal Chaudhary और कांग्रेस विधायक Abhimanyu Poonia को पुलिस अधिकारियों ने सिविल ड्रेस में परीक्षा हॉल से बाहर खींचा और जीप में बैठाकर अपने साथ ले गई।

2022 के केस और राकेश बिश्नोई प्रकरण बना गिरफ्तारी की वजह

Nirmal Chaudhary के खिलाफ 2022 में दर्ज मुकदमे में “राजकार्य में बाधा” और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने के आरोप हैं। इसी के आधार पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। इसके अलावा Rakesh Bishnoi आंदोलन के दौरान हुई पुलिस झड़प में भी उनका नाम सामने आया था, और ADCP आसाराम चौधरी ने पहले ही इस पर सख्त कार्रवाई की बात कही थी।

Hanuman Beniwal की भविष्यवाणी बनी सच?

गिरफ्तारी से एक दिन पहले ही RLP प्रमुख Hanuman Beniwal ने DCP ईस्ट Tejaswini Gautam से स्पष्ट रूप से कहा था – “ध्यान रखना, कहीं हम यहां से जाएं और आप निर्मल को पुलिस की गाड़ी में उठा लो।” हैरानी की बात यह है कि ठीक वैसा ही हुआ।

वीडियो वायरल, सोशल मीडिया पर गूंज

घटना का वीडियो दोनों नेताओं के एक्स (ट्विटर) हैंडल से शेयर किया गया है, जिसमें पुलिसकर्मी निर्मल और पूनिया को जबरन गाड़ी में बैठाते नजर आ रहे हैं। हालाँकि बाद में पुलिस ने साफ किया कि अभिमन्यु पूनिया को हिरासत में नहीं लिया गया, वे खुद निर्मल के समर्थन में साथ गए थे और रिहा कर दिए गए।

गांधीनगर थाने की ओर कूच, समर्थकों में आक्रोश

गिरफ्तारी की खबर मिलते ही समर्थकों ने गांधीनगर थाने की ओर मार्च करना शुरू कर दिया। पूर्व विधायक अनिल चोपड़ा ने भी एक्स पर लिखा, “यह बदले की कार्रवाई है। यूनिवर्सिटी में परीक्षा देने गए निर्मल को गिरफ्तार करना गलत है। सभी साथी गांधी नगर थाने पहुंचें।”

इनविजिलेटर का बयान: “छात्र डर गए थे”

परीक्षा हॉल में मौजूद एक इनविजिलेटर ने वायरल वीडियो में कहा, “यूनिवर्सिटी में एग्जाम चल रहा था। गेट बंद था। पुलिस जबरन अंदर घुसी। मैं बुज़ुर्ग आदमी हूं, क्या कर पाता। सभी छात्र बुरी तरह डर गए थे।”

राजनीतिक प्रतिक्रिया: “लोकतंत्र पर हमला”

घटना के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता – सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा, अशोक गहलोत और RLP प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। सभी ने पुलिस कार्रवाई को “लोकतंत्र और छात्र अधिकारों पर हमला” बताया और इसे भाजपा की हठधर्मिता और संविधान का दुरुपयोग करार दिया।

इस गिरफ्तारी ने न केवल छात्रों में डर का माहौल पैदा किया, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी तूफान ला दिया है। जहां एक ओर पुलिस इसे कानूनी कार्रवाई बता रही है, वहीं विपक्ष इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बता रहा है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गहराने की संभावना है।

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