INDIA ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की महिला वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को पहले वनडे में 211 रनों से शानदार जीत दर्ज की, जो न केवल एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, बल्कि इसने घर पर अपनी सबसे बड़ी वनडे जीत का कीर्तिमान भी रचा। यह मैच बड़ौदा के मैदान पर खेला गया, जहां भारतीय टीम ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और गेंदबाजी से वेस्टइंडीज को पूरी तरह से पराजित कर दिया।
INDIA ने रनों के लिहाज से दर्ज की बड़ी जीत
INDIA महिला टीम के लिए यह जीत कई मायनों में विशेष रही। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 315 रन का विशाल लक्ष्य वेस्टइंडीज के सामने रखा। INDIA महिला टीम की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने 91 रनों की शानदार पारी खेली, जिसकी बदौलत भारत ने एक मजबूत स्कोर खड़ा किया। मंधाना का खेल देख कर हर कोई हैरान था, क्योंकि उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में जबर्दस्त आक्रामकता और तकनीक का संयोजन दिखाया। उनकी पारी ने भारत को एक मजबूत शुरुआत दी, और टीम को बड़े स्कोर की ओर अग्रसर किया।
मंधाना के बाद दीप्ति शर्मा (नाबाद 44) और हरमनप्रीत कौर (नाबाद 15) ने भी योगदान दिया, और भारतीय टीम ने 50 ओवरों में 314/6 का स्कोर खड़ा किया। भारत के इस स्कोर को देखते हुए, वेस्टइंडीज टीम के लिए मुकाबला जीतना एक मुश्किल चुनौती बन गई थी।
वेस्टइंडीज को 103 रनों पर समेटा
वेस्टइंडीज को 315 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए जो मुसीबत का सामना करना पड़ा, वह कुछ भी नहीं था। वेस्टइंडीज की टीम भारत की कड़ी गेंदबाजी का सामना नहीं कर सकी और पूरी टीम 26.2 ओवर में सिर्फ 103 रनों पर सिमट गई। रेणुका सिंह ने अपनी तेज गेंदबाजी से वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को पूरी तरह से तोड़ दिया। रेणुका ने 10 ओवर में केवल 29 रन देकर 5 विकेट झटके और अपने शानदार प्रदर्शन से टीम को शानदार जीत दिलाई। उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच अवार्ड से नवाजा गया।
रेणुका की गेंदबाजी का असर
रेणुका सिंह का गेंदबाजी प्रदर्शन वेस्टइंडीज के लिए सबसे बड़ा झटका साबित हुआ। उन्होंने अपनी तेज और सटीक गेंदबाजी से वेस्टइंडीज के शीर्ष क्रम को झकझोर दिया। उनकी शानदार गेंदबाजी के चलते वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। उन्होंने खासतौर पर वेस्टइंडीज की कप्तान स्टेफनी टेलर (6) और चेडियन नाइट (6) को आउट करके मैच को भारत की झोली में डाला। इसके बाद किम्बरली जोन्स और दानीला डार्लिंगटन ने कुछ संघर्ष किया, लेकिन वे भी रेणुका की गेंदबाजी के आगे नहीं टिक पाए।
INDIA के गेंदबाजों ने दबाव बनाए रखा
रेणुका सिंह के अलावा, INDIA की गेंदबाजी यूनिट ने मिलकर वेस्टइंडीज पर दबाव बनाए रखा। झूलन गोस्वामी, दीप्ति शर्मा और पूनम यादव ने भी अच्छी गेंदबाजी की और विकेट हासिल किए। हर गेंद पर वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को संघर्ष करना पड़ा, और अंततः वे 103 रन पर सिमट गए। भारत की इस शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन ने टीम को एक शानदार और ऐतिहासिक जीत दिलाई।
स्मृति मंधाना की पारी और भारत की जीत का महत्व
इस मैच में भारत की जीत का सबसे बड़ा कारण स्मृति मंधाना की धमाकेदार पारी थी। मंधाना ने 91 रन बनाकर अपनी टीम को एक मजबूत स्थिति में पहुंचाया। उनकी बल्लेबाजी की एक विशेषता यह थी कि उन्होंने तेज गेंदबाजों और स्पिनर्स दोनों का समान रूप से सामना किया और हर गेंद को अच्छे से खेला। मंधाना का खेल न केवल भारत के लिए बल्कि महिला क्रिकेट के लिए भी प्रेरणादायक था।
इस मैच की जीत भारत के महिला क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। इससे पहले, भारत ने घरेलू मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ इतना बड़ा स्कोर कभी नहीं बनाया था। यह भारत के महिला क्रिकेट की लगातार सुधारती हुई स्थिति और विश्व स्तर पर मजबूत होते हुए टीम का संकेत है।
सीरीज में भारत को मिली 1-0 की बढ़त
इस जीत के साथ INDIA ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की महिला वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। भारतीय टीम अब आगामी दो वनडे मैचों में एक और जीत के साथ सीरीज अपने नाम करने की उम्मीद के साथ मैदान में उतरेगी। टीम का आत्मविश्वास इस जीत के बाद काफी बढ़ चुका है, और खिलाड़ी आगामी मैचों में भी इसी तरह के प्रदर्शन को जारी रखने के लिए तैयार हैं।
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