मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर दी बधाई: बेटियों के सशक्तिकरण की अहमियत
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने 24 जनवरी 2025 को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज में लड़कियों की स्थिति में सुधार लाना, उनके अधिकारों को सशक्त बनाना और उन्हें समान अवसर प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने इस दिन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि बेटियां न केवल परिवार का गौरव होती हैं, बल्कि देश की समृद्धि का मुख्य आधार भी हैं। उनका सशक्तिकरण और विकास समाज और राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
बेटियों का सशक्तिकरण समाज और देश की प्रगति के लिए आवश्यक
मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने अपने संदेश में कहा कि बेटियों को सशक्त बनाए बिना समाज और देश का समग्र विकास संभव नहीं है। जब बेटियां आत्मनिर्भर होती हैं, तो वे न केवल अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी सक्षम होती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एक समाज तभी प्रगति कर सकता है, जब उसमें हर किसी को समान अवसर मिलें और बेटियों को उनकी पूरी क्षमता दिखाने का अवसर मिले।
डॉ. Mohan Yadav ने कहा, “बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता में हमेशा प्रगति करने के लिए प्रेरित करना हमारी जिम्मेदारी है। वे अपनी मेहनत, शिक्षा और आत्मविश्वास से समाज में उत्कृष्टता की मिसाल कायम करती हैं। उनका सशक्तिकरण ही समाज और देश की वास्तविक ताकत है।”
राष्ट्रीय बालिका दिवस का महत्व और उद्देश्य
राष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य समाज में लड़कियों के प्रति जागरूकता फैलाना और उन्हें बराबरी के अधिकार प्रदान करना है। यह दिन भारत में बालिकाओं के अधिकारों को मान्यता देने और उन्हें समाज में बराबरी का दर्जा दिलाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि समाज में लड़कियों के प्रति भेदभाव और असमानता को समाप्त किया जा सके और उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और विकास पर विशेष ध्यान दिया जा सके।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश में चल रही बालिका सशक्तिकरण योजनाओं का भी जिक्र किया। मध्यप्रदेश सरकार ने बेटियों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनसे उनके भविष्य को उज्जवल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश सरकार की बालिका सशक्तिकरण योजनाएं
मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने बेटियों के सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की हैं, जो उनके विकास और कल्याण में योगदान करती हैं। इन योजनाओं में प्रमुख रूप से बालिका शिक्षा, बालिकाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं शामिल हैं। “मुख्यमंत्री बालिका शिक्षा योजना”, “लाडली लक्ष्मी योजना” और “सुरक्षा योजना” जैसी योजनाएं प्रदेश में बेटियों के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का काम कर रही हैं।
Mohan Yadav ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि हर लड़की को समान शिक्षा का अवसर मिले ताकि वह अपने सपनों को पूरा कर सके। इस उद्देश्य को लेकर प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है और सभी सरकारी स्कूलों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि लड़कियां भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें और भविष्य में सफल नागरिक बन सकें।
बेटियों के प्रति समाज की सोच में बदलाव की आवश्यकता
मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने समाज में बेटियों के प्रति मानसिकता में बदलाव की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज में यह सोच बदलनी चाहिए कि बेटियां केवल परिवार का बोझ होती हैं। बेटियां परिवार की ताकत होती हैं और उनकी सफलता से समाज को प्रेरणा मिलती है। उन्होंने यह भी कहा कि समाज को इस दिशा में और अधिक जागरूक करने की आवश्यकता है, ताकि हर लड़की को उसके सपनों को पूरा करने का पूरा मौका मिले।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बालिका दिवस का महत्व इस बात को दर्शाता है कि बेटियों को सुरक्षित, शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार और समाज मिलकर काम करें। यह हमें एक समृद्ध और उन्नत समाज की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
आत्मनिर्भरता और विकास के लिए जरूरी कदम
मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने आगे कहा कि बेटियों को केवल शिक्षा नहीं, बल्कि उनके आत्मनिर्भर बनने के लिए आवश्यक कौशल भी प्रदान किया जाना चाहिए। जब लड़कियां खुद को आर्थिक रूप से सक्षम महसूस करती हैं, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और वे समाज में बदलाव लाने के लिए तैयार होती हैं। इस दिशा में, प्रदेश सरकार ने विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से लड़कियों और महिलाओं को व्यापार, कला, और उद्योगों में संलग्न होने के लिए प्रेरित किया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार लड़कियों को तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा, विज्ञान, और कला के क्षेत्र में प्रशिक्षित करने के लिए कई कार्यक्रम चला रही है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवारों और समाज का नाम रोशन कर सकें।
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