Nizamuddin उलेमाओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार पर उपराज्यपाल से मिलकर जताई चिंता

By Editor
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Nizamuddin उलेमाओं का प्रतिनिधिमंडल उपराज्यपाल से मिला, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों पर सख्त कार्रवाई की मांग

शनिवार को दरगाह हजरत Nizamuddin और बस्ती Nizamuddin के उलेमाओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात की और बांग्लादेश में हिंदू समुदाय और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों पर गहरी चिंता व्यक्त की। इस दौरान, उलेमाओं ने बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति और वहां हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के बारे में उपराज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने कुछ महत्वपूर्ण मांगें भी उठाईं, जिन पर त्वरित ध्यान देने की जरूरत बताई गई।

बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता:

प्रतिनिधिमंडल ने बांग्लादेश में हिंदू और अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की और कहा कि भारत में, विशेष रूप से दिल्ली में, अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या बढ़ती जा रही है। उन्होंने उपराज्यपाल से मांग की कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाए। उलेमाओं का कहना था कि बांग्लादेशी नागरिकों को किराए पर मकान देने और उन्हें रोजगार देने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा कि जिन मकान मालिकों ने पहले से अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को किराए पर मकान दे रखा है, उन्हें तुरंत अपने मकान खाली करवा लेने चाहिए। इसके अलावा, बांग्लादेशी नागरिकों को किसी भी प्रतिष्ठान द्वारा रोजगार देने पर भी सवाल उठाया गया और इस पर कड़ी कार्रवाई की बात कही गई।

भारत में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर कानून का पालन जरूरी:

प्रतिनिधिमंडल ने यह सुझाव भी दिया कि दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ एक ठोस नीति बनाई जाए और कानून के तहत उन्हें अपने देश वापस भेजने की प्रक्रिया तेज की जाए। उलेमाओं ने कहा कि अवैध घुसपैठ के कारण दिल्ली और अन्य शहरों में सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को नुकसान पहुंच रहा है।

बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए सुरक्षा की अपील:

इस बातचीत के दौरान, उलेमाओं ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के प्रति बढ़ते अत्याचार और हिंसा की निंदा की। उनका कहना था कि बांग्लादेश में हिंदुओं को उचित सुरक्षा और उनके धार्मिक अधिकारों का सम्मान नहीं मिल रहा है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठानी चाहिए।

निजामुद्दीन उलेमाओं की भूमिका और उनका योगदान:

दरगाह हजरत Nizamuddin और बस्ती Nizamuddin के उलेमाओं का प्रतिनिधिमंडल न केवल धार्मिक मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर भी सक्रिय रूप से अपनी आवाज उठाता है। उनका यह कदम बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए एक मजबूत संदेश देने की कोशिश है। इसके अलावा, उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

उपराज्यपाल से मुलाकात:

उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने Nizamuddin उलेमाओं की चिंता को गंभीरता से लिया और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी बातों पर उचित विचार किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं और इस मामले पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

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