PM Modi और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन की बैठक: भारत-अमेरिका संबंधों की नई दिशा
PM Modi ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से मुलाकात की, जिसमें भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की प्रगति पर सकारात्मक चर्चा हुई। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, इस बैठक में दोनों देशों के बीच पिछले चार वर्षों में हुए सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई, खासकर उन प्रमुख क्षेत्रों में जहां दोनों देशों के रिश्ते में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इनमें प्रौद्योगिकी, रक्षा, अंतरिक्ष, असैन्य परमाणु, स्वच्छ ऊर्जा, सेमीकंडक्टर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
भारत-अमेरिका रिश्तों की विशेष अहमियत
PM Modi ने बैठक के दौरान, 2024 में अमेरिका में होने वाले क्वाड नेताओं के सम्मेलन में अपनी आगामी यात्रा के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ अपनी विभिन्न मुलाकातों को याद करते हुए, भारत-अमेरिका रिश्तों को और भी सशक्त बनाने में राष्ट्रपति बाइडेन के योगदान की सराहना की। PM Modi ने कहा कि दोनों देशों के रिश्तों में जो भी प्रगति हुई है, उसमें बाइडेन का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है।
PM Modi ने विशेष रूप से भारत-अमेरिका के रिश्तों को गहरा करने के लिए किए गए कदमों को रेखांकित किया, और उनके विचार में यह साझेदारी सिर्फ दोनों देशों के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच सहयोग को और भी मजबूत बनाने के अपने संकल्प को दोहराया।
राष्ट्रपति बाइडेन के संदेश का स्वागत
इस मुलाकात में, प्रधानमंत्री ने जेक सुलिवन के माध्यम से राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा भेजे गए एक पत्र की सराहना भी की। पत्र में अमेरिका और भारत के रिश्तों को लेकर साझा लक्ष्य और प्राथमिकताएं व्यक्त की गई थीं। PM Modi ने कहा कि यह पत्र न केवल दोनों देशों के बीच की मित्रता को और मजबूत करने का एक प्रतीक है, बल्कि यह दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग की दिशा को भी दर्शाता है।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी डॉ. जिल बाइडेन को अपनी शुभकामनाएं भी दीं। यह व्यक्तिगत संदेश भारत-अमेरिका संबंधों के प्रति प्रधानमंत्री की गहरी प्रतिबद्धता और अमेरिकी नेतृत्व के प्रति सम्मान का संकेत है।
भारत-अमेरिका सहयोग के मुख्य क्षेत्र
PM Modi ने बैठक में उन प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा की, जिनमें भारत और अमेरिका के बीच सहयोग में पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं:
- प्रौद्योगिकी और सेमीकंडक्टर: भारत और अमेरिका के बीच प्रौद्योगिकी और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में तेजी से बढ़ता हुआ सहयोग दोनों देशों के भविष्य के आर्थिक विकास के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में निवेश और तकनीकी साझेदारी दोनों देशों के आर्थिक दृष्टिकोण से एक गेम चेंजर साबित हो सकते हैं।
- रक्षा और अंतरिक्ष: रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी ने नए आयामों को छुआ है। भारत और अमेरिका ने रक्षा उपकरणों और प्रणालियों के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा, अंतरिक्ष क्षेत्र में भी भारत और अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ रहा है, जिससे दोनों देशों की तकनीकी क्षमता और वैश्विक प्रभाव में वृद्धि हो रही है।
- स्वच्छ ऊर्जा: भारत और अमेरिका के बीच स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग भी बढ़ रहा है। दोनों देशों ने संयुक्त रूप से क्लाइमेट चेंज और सतत विकास के लिए प्रयास किए हैं। प्रधानमंत्री ने भारत द्वारा जलवायु परिवर्तन पर काबू पाने के लिए किए गए उपायों पर चर्चा की, और अमेरिका के समर्थन का स्वागत किया।
- असैन्य परमाणु: असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी का एक लंबा इतिहास है, और इस क्षेत्र में भी दोनों देशों के बीच सहयोग को लेकर नई संभावनाएं बन रही हैं।
भविष्य की दिशा
PM Modi ने बैठक के दौरान भारत-अमेरिका रिश्तों के भविष्य के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्तों का विकास केवल द्विपक्षीय संदर्भ में नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। भारत और अमेरिका के बीच घनिष्ठ सहयोग से न केवल इन देशों को लाभ होगा, बल्कि यह वैश्विक शांति, सुरक्षा और समृद्धि में भी योगदान देगा।
PM Modi ने इस साझेदारी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच बढ़ता हुआ सहयोग न केवल उनके लोगों के लाभ के लिए है, बल्कि यह वैश्विक भलाई के लिए भी है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच बढ़ते संपर्क और साझेदारी से दुनिया के अन्य देशों को भी एक सकारात्मक संदेश मिलेगा।
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